नाभि में तिल का तेल लगाने के फायदे बेमिसाल हैं आप भी करें सुरु

नाभि में तिल का तेल लगाने के फायदे

अपको पता है कि नाभि में तेल लगाने से शरीर को बेहद फायदेमंद माना गया है नाभि में तिल का तेल लगाने के फायदे ढेरों सारे हैं जिनमें से कुछ हम आपको बताएंगे, तिल का तेल आम तौर पर घरों में इस्तेमाल किया जाता है जब आप यह जानेंगे की नाभि में तिल का तेल लगाना फायदेमंद होता है तो आप भी रोज इसे लगाना शुरु करेंगे और आपको लगाना भी चाहिए।

नाभि में तिल का तेल लगाने के फायदे

यह कहा गया है कि आयुर्वेद के अनुसार नाभि पर तेल लगाना जैसे जोड़ों के दर्द, सर्दी जुखाम और इंफेक्शन जैसी समस्याओं के लिए एक महत्वपूर्ण उपचार है। आपको पता होगा कि जब आप बचपन में आपकी दादी या नानी ने आप पर तेल की मालिश जरूर किया होगा क्या फिर आपने देखा होगा कि छोटे बच्चों पर तेल की मालिश की जाती है जिससे उनकी हड्डियां मजबूत होती है और उनकी स्क्रीन के लिए भी हो असरदार होता है।

  • जोड़ों के दर्द से मिलती है निजात
  • संक्रमण की समस्या दूर होती है
  • पेट की गर्मी को निकालता है
  • पेट में गैस की समस्या को दूर करता है
  • आपको भूख जल्दी लगती है
  • शरीर का टेंपरेचर सामान्य रखता है

सही समय नाभि में तिल का तेल लगाने का

रोजाना आपको सोने से पहले अपनी नाभि में 2-3 बूंदें तिल के तेल को डालना चाहिए और थोड़ा सा पेट में मालिश की करनी चाहिए लगभग इसे 15 से 20 मिनट तक ऐसे ही लगाए रखें फिर उसके बाद आप चाहे तो उसे हल्का साफ कर सकते हैं लेकिन पूरा साफ नहीं करना है और ऐसे ही सो जाएं, आपको इसका असर पहले ही दिन से ही दिखना शुरू हो जाएगा ऐसा लगातार करने से आपकी इम्यूनिटी पावर बढ़ेगी और यह आपके वात दोस्त को भी ठीक करेगा।

पेट की गर्मी को तिल का तेल करेगा दूर

आमतौर पर तेल की तासीर गर्म होती है और तिल के तेल की तासीर गर्म होती है आप अगर तिल के तेल के साथ थोड़ा सा पानी मिक्स करके और उसका अच्छे से पेस्ट बनाकर के फिर उसके बाद नाभि पर लगाएं और थोड़ा सा तेल पैर के तलवों में अच्छे से मालिश करके लगाएं तो आपके पेट में अंधेरी नी गर्मी को यह निकालकर सामान्य करता है । जिससे आपको काफी फायदे होते हैं पेट से संबंधित विकारों में तुरंत ठीक होने में मदद करता है सर्दी जुखाम के अलावा अन्य बीमारियों के लिए भी यह फायदेमंद होता है इसके कोई साइड इफेक्ट नहीं है यह पूरी तरह से सुरक्षित है हालांकि इसका उपयोग केवल घरेलू उपचार के लिए ही किया जाना चाहिए क्योंकि यह किसी रोग का सफल इलाज नहीं है।

  • जोड़ों के दर्द से यह राहत दिलाता है
  • सर्दी जुकाम को ठीक करने में मददगार है
  • Infection की समस्या को ठीक करता है
  • वात दोष को सुधारता है
  • हड्डियों को मजबूत करता है
Krish Bankhela

I am 23 years old, I have passed my master's degree and I do people, I like to join more people in my family and my grandmother, I am trying to learn new every day in Pau. And I also learn that I love to reach my knowledge to people

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