शिशन किसे कहते है : शिशन यानि की लिंग एक यौन अंग है जिसका उपयोग मनुष्य व जानवरों में प्रजनन एवं शरीर के वेस्ट पदार्थ को बाहर छोड़ने के लिए होता है शिशन का उपयोग मादाओं का गर्भाधान करने के लिए करते हैं। इस तरह के अंग कई जानवरों व मनुष्यों में पाए जाते हैं, दोनों कशेरुक और अकशेरुकी, हैं लेकिन पुरुषों में लिंग नहीं होता है
शिशन कमजोर क्यों होता है
शिशन कमजोर : कमजोर शिशन को इरेक्टाइल डिसफंक्शन भी कहा जाता है । लिंग का निर्माण कई कारकों पर निर्भर करता है, जैसे कि व्यक्ति की उम्र, समग्र स्वास्थ्य, हार्मोन का स्तर, तंत्रिकाएं, रक्त प्रवाह, मानसिक स्थिति और भावनाएं। इन कारकों के प्रभावित होने पर इरेक्शन कमजोर हो जाता है।
लोगों की उम्र बढ़ने के साथ इरेक्टाइल डिसफंक्शन की संभावना बढ़ जाती है। हालांकि, कमजोर शिशन का एकमात्र कारण उम्र नहीं है। कुछ स्थितियां और बीमारियां भी इरेक्टाइल डिसफंक्शन का कारण बन सकती हैं । इसमे शामिल है
- मधुमेह प्रकार 2
- दिल की बीमारी
- मोटापा
- प्रोस्टेट का सौम्य इज़ाफ़ा
- हाइपरलिपिडिमिया (उच्च लिपिड या कोलेस्ट्रॉल स्तर)
- एथेरोस्क्लेरोसिस (रक्त वाहिकाओं का बंद होना जिसके परिणामस्वरूप उनका सख्त होना)
- उच्च रक्तचाप ( उच्च रक्तचाप )
- क्रोनिक किडनी रोग
- यकृत रोग
- पार्किंसंस रोग
- नींद संबंधी विकार
- कम टेस्टोस्टेरोन स्तर
- लिंग, प्रोस्टेट, या रीढ़ की हड्डी में चोट
- मल्टीपल स्क्लेरोसिस