Poonch Attack: भारत के ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान बौखलाया, सीजफायर उल्लंघन से मासूमों को निशाना

ऑपरेशन सिंदूर के सफल निष्पादन के बाद भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव का वातावरण बना हुआ है। भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर में स्थित नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले के बाद, पाकिस्तानी सेना ने नियंत्रण रेखा (LoC) पर संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए भारतीय क्षेत्रों में मासूम नागरिकों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है। पिछले कुछ दिनों में, एलओसी के पास स्थित गांवों में लगातार गोलीबारी और मोर्टार गोले दागे जा रहे हैं, जिससे अब तक चार बच्चों समेत 12 लोगों की मौत हो चुकी है और एक भारतीय सैनिक भी शहीद हो गया है। इसके अलावा, पुंछ में 44 सहित आसपास के इलाकों में 59 लोग घायल हुए हैं। भारतीय सेना अपनी तरफ से इसका मुंहतोड़ जवाब दे रही है और जवाबी कार्रवाई में अब तक 31 पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया है।

Poonch Attack

7 और 8 मई की रात को पाकिस्तानी सेना ने जम्मू-कश्मीर में एलओसी और अंतर्राष्ट्रीय सीमा के पास स्थित चौकियों से तोपखाने और छोटे हथियारों से गोलीबारी की। भारतीय सेना ने इसका प्रभावी जवाब देते हुए दुश्मन सेना की कई चौकियों को नष्ट कर दिया है। पाकिस्तान की तरफ से की गई इस कायराना हरकत के कारण सैकड़ों निवासी भूमिगत बंकरों में शरण लेने को मजबूर हो गए हैं। कई गांवों में आवासीय मकान, वाहन और एक गुरुद्वारा समेत कई इमारतें भी नष्ट हो गई हैं। इस गोलीबारी के कारण घायलों को अस्पताल पहुंचाने में भी काफी दिक्कत हुई है।

पुंछ, बालाकोट, मेंढर, कृष्णाघाटी, मनकोट, केरनी, गुलपुर जैसे इलाकों में भारी गोलीबारी की सूचना मिली है। इन क्षेत्रों में आवासीय मकानों और वाहनों को काफी नुकसान पहुंचा है। पाकिस्तान की इस कार्रवाई को भारतीय सेना ने बड़ी सख्ती से निंदा की है और कहा है कि ऐसी किसी भी आक्रामकता का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। भारतीय सेना के एक रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि पाकिस्तानी सेना ने नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए अब तक 14 रातों तक लगातार गोलीबारी की है, जिसमें 13 नागरिकों की मौत हुई और 59 लोग घायल हुए हैं। इनमें से अधिकतर घायल पुंछ जिले के हैं।

इस मामले पर राजनीतिक और सामाजिक स्तर पर भी प्रतिक्रिया आई है। एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि सरकार के पास कश्मीर में पाकिस्तान का मुकाबला करने और कश्मीरियों को अपनाने का एक सुनहरा अवसर है। उन्होंने मांग की कि पुंछ में जिन लोगों ने अपनी जान गंवाई है, उन्हें आतंकवादी पीड़ित घोषित किया जाना चाहिए और सरकार को उन्हें मुआवजा देना चाहिए। साथ ही, उनके घर उपलब्ध कराने की भी मांग की गई है, क्योंकि उन्होंने पाकिस्तान के संघर्ष विराम उल्लंघन के कारण सब कुछ खो दिया है।

ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव अपने चरम पर है। पाकिस्तानी सेना की तरफ से लगातार संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए नागरिकों को निशाना बनाने की रणनीति को भारतीय सेना ने बड़ी सख्ती से नकारा है। भारतीय सेना ने कहा है कि ऐसी किसी भी आक्रामकता का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा और दुश्मन सेना की किसी भी हरकत को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। साथ ही, भारतीय सेना ने पुंछ में शहीद हुए सैनिक लांस नायक दिनेश कुमार को भी श्रद्धांजलि दी है, जो पाकिस्तानी गोलीबारी के दौरान शहीद हुए थे।

इस पूरे घटनाक्रम में सबसे बड़ी बात यह है कि भारतीय सेना ने अपनी ताकत और संयम दोनों का परिचय दिया है। ऑपरेशन सिंदूर के तहत दो ज्ञात आतंकवादी स्थलों, बहावलपुर और मुरीदके, को पूरी तरह नष्ट कर दिया गया है। कई अंतरराष्ट्रीय मीडिया आउटलेट्स ने भी इसकी पुष्टि की है। हालांकि, कुछ अफवाहें भी फैलाई गई हैं, जिसमें कहा गया है कि राफेल विमान बठिंडा में गिरा है, लेकिन भारतीय वायुसेना ने इसका खंडन किया है। भारतीय सशस्त्र बलों का मनोबल अभी भी बुलंद है और वे दुश्मन की किसी भी आक्रामकता का जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।

इस तरह, भारत-पाकिस्तान सीमा पर जारी तनाव और पाकिस्तानी सेना की बौखलाहट के बीच, भारतीय सेना और स्थानीय प्रशासन नागरिकों की सुरक्षा और सहायता के लिए पूरी तरह सजग हैं। इस घटनाक्रम से यह स्पष्ट होता है कि भारत आतंकवाद और सीमा पार से होने वाली आक्रामकता के खिलाफ किसी भी सीमा तक जाने को तैयार है, लेकिन वह अपने नागरिकों की सुरक्षा और संरक्षण को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है। इस मामले में, भारतीय सेना और सरकार की भूमिका को देश भर में सराहा जा रहा है और आने वाले समय में भी भारत की सैन्य शक्ति और संयम दोनों का परिचय मिलता रहेगा।

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