तहसील दिवस पर DM ने लिया जनसमस्याओं का संज्ञान, भूमि प्रतिकर, बिजली व सड़क से जुड़ी शिकायतों के दिए त्वरित निस्तारण के निर्देश

86 से अधिक शिकायतें दर्ज, मौके पर ही कई समस्याओं का निस्तारण, अधिकारियों को जनसेवा की प्राथमिकता पर कार्य करने के निर्देश

बड़कोट। संवाददाता गोपाल नौटियाल: जनसमस्याओं के त्वरित समाधान की दिशा में उत्तरकाशी प्रशासन सक्रिय नजर आ रहा है। इसी क्रम में मंगलवार को बड़कोट में तहसील दिवस का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने की। इस अवसर पर बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने पहुंचकर बिजली, पानी, सड़क, भूमि प्रतिकर, गौशाला, सिंचाई नहर, संपर्क मार्ग आदि से संबंधित समस्याएं अधिकारियों के समक्ष रखीं। तहसील दिवस में कुल 86 शिकायतें दर्ज की गईं।

जिलाधिकारी ने अधिकांश शिकायतों का मौके पर ही संबंधित अधिकारियों की मौजूदगी में निस्तारण कराया, जबकि शासन स्तर की समस्याओं को एक पक्ष में पूर्ण कर संबंधित को सूचित करने के निर्देश दिए गए। उन्होंने स्पष्ट किया कि सभी खंड स्तरीय अधिकारी समयबद्ध तरीके से जनसमस्याओं के समाधान को प्राथमिकता दें और फील्ड विजिट को नियमित रूप से सुनिश्चित करें।

भूमि प्रतिकर और सड़क क्षति को लेकर विशेष निर्देश

नगाण गांव के जयप्रकाश रावत, लोदन गांव के राजेश नौटियाल सहित अन्य ग्रामीणों ने सड़क कटिंग के दौरान भूमि व फलदार वृक्षों की क्षति पर मुआवजा न मिलने की शिकायत की। कुर्सिल, स्यालब, रवाड़ा, राणा चट्टी, कुंसाला, कुपड़ा, पूजारगांव, कन्सेरु, बंचाण, खांड, राजगढ़ी-सरनोल, पोंटी, नकोड़ा, कफोला आदि गांवों से संबंधित शिकायतों पर जिलाधिकारी ने पीएमजीएसवाई के अधिशासी अभियंता को 15 दिन के भीतर प्रतिकर वितरण और समाधान सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

बिजली आपूर्ति की समस्याओं पर संज्ञान

खिमोत्री बडियार क्षेत्र में ट्रांसफार्मर खराब होने और एक सप्ताह से बिजली बाधित रहने की शिकायत पर जिलाधिकारी ने यूपीसीएल के अधिशासी अभियंता को तत्काल ट्रांसफार्मर बदलकर आपूर्ति बहाल करने को कहा।

सड़क निर्माण और मरम्मत पर भी हुए निर्णय

पलेठा निवासी प्रवीण सिंह द्वारा जटा-पलेठा सड़क के डामरीकरण और क्षतिग्रस्त दीवारों की मरम्मत की मांग की गई। जिलाधिकारी ने लोक निर्माण विभाग को तत्काल प्रस्ताव तैयार कर शीघ्र कार्यवाही के निर्देश दिए। तिलाड़ी शहीद स्मारक से तटाऊ तक दो किलोमीटर वैकल्पिक सड़क निर्माण की मांग पर उन्होंने विस्तृत अध्ययन व प्रस्ताव तैयार करने को कहा।

पेयजल और सिंचाई से जुड़ी समस्याओं पर निर्देश

ग्रामीणों ने जल कर समाप्त करने की मांग रखी, वहीं अतिवृष्टि से क्षतिग्रस्त सिंचाई गूलों और संपर्क मार्गों पर भी ध्यान दिलाया गया। जिलाधिकारी ने लघु सिंचाई विभाग और परियोजना निदेशक को आवश्यक सर्वेक्षण कर योजनाबद्ध ढंग से कार्य प्रारंभ करने को कहा।

उपस्थित अधिकारीगण

तहसील दिवस में प्रभागीय वनाधिकारी यमुनाघाटी रविन्द्र पुंडीर, एसडीएम बृजेश कुमार तिवारी, सीएमओ डॉ. बीएस रावत, परियोजना निदेशक अजय सिंह, मुख्य कृषि अधिकारी सचिन कुमार, मुख्य शिक्षा अधिकारी अमित कोटियाल, सीओ देवेंद्र सिंह नेगी, जिला पूर्ति अधिकारी सन्तोष कुमार भट्ट, अधिशासी अभियंता जल निगम मधुसूधन कोठियाल, ईई सिंचाईं खंड पुरोला पन्नीलाल, जिला समाज कल्याण अधिकारी सुधीर जोशी सहित कई विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।

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