पहलगाम आतंकी हमले का असर: हरिद्वार रोडवेज से जम्मू जाने वाली बसों में यात्रियों की भारी कमी

देहरादून। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए हालिया आतंकी हमले का सीधा असर उत्तराखंड के हरिद्वार रोडवेज स्टेशन से जम्मू-कश्मीर के लिए चलने वाली बस सेवाओं पर पड़ा है। यात्रियों में फैले डर और असुरक्षा के माहौल के कारण अब जम्मू जाने वाली बसें लगभग खाली रवाना हो रही हैं। हालत यह है कि कई बार रोडवेज प्रशासन को बसें रद्द करनी पड़ रही हैं, जबकि कई मामलों में बसों को बीच रास्ते से ही वापस लौटाना पड़ रहा है।

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यात्रियों की संख्या में गिरावट

हरिद्वार डिपो से मिलने वाली जानकारी के अनुसार, पहले जहां जम्मू के लिए नियमित रूप से यात्रियों की अच्छी संख्या होती थी, वहीं अब किसी बस में केवल दो-चार यात्री ही दिखाई दे रहे हैं। अधिकतर सीटें खाली जा रही हैं, जिससे रोडवेज को आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ रहा है।

लोगों में भय का माहौल

रोडवेज स्टाफ का कहना है कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद यात्रियों के बीच खौफ गहराया है। एक बस परिचालक ने बताया, “पहले जम्मू के लिए हर दिन एक पूरी बस रवाना होती थी, लेकिन अब स्थिति यह हो गई है कि हमें तय करना पड़ता है कि बस भेजी जाए या नहीं। कई बार तो दो-तीन यात्रियों के लिए पूरी बस भेजना घाटे का सौदा साबित हो रहा है।”

केवल जरूरी यात्राएं ही जारी

हालात इतने गंभीर हो चुके हैं कि केवल वही लोग जम्मू की यात्रा कर रहे हैं, जिन्हें बेहद जरूरी कार्य हो। एक यात्री ने बताया कि वह पारिवारिक कारणों से जम्मू जा रहे हैं, लेकिन मन में डर लगातार बना हुआ है। उन्होंने कहा, “सुरक्षा व्यवस्था पर भरोसा तो है, लेकिन हाल की घटनाएं चिंता का कारण बनी हुई हैं।”

प्रशासन के लिए चेतावनी

इस घटनाक्रम ने राज्य और केंद्र सरकार दोनों के लिए सुरक्षा और यात्रियों के भरोसे की बहाली को एक बड़ी चुनौती के रूप में सामने रखा है। अगर जल्द ही स्थिति पर नियंत्रण नहीं पाया गया, तो रोडवेज सेवाओं और पर्यटन पर इसका लंबा असर देखने को मिल सकता है।

पहलगाम आतंकी हमले की गूंज अब उत्तराखंड तक पहुंच चुकी है। हरिद्वार जैसे धार्मिक और पर्यटन केंद्र से जम्मू-कश्मीर के लिए जाने वाली बसों में सन्नाटा पसरा हुआ है। यह केवल एक क्षेत्रीय यातायात संकट नहीं, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा व्यवस्था में सुधार और आम नागरिकों के मन में विश्वास बहाली की एक गंभीर अपील है।

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