नरेंद्रनगर, टिहरी गढ़वाल में राजकीय शिक्षक संघ द्वारा बदौलती स्थानांतरण और शिक्षकों की लम्बे समय से चली आ रही समस्याओं के समाधान के लिए कैंडल मार्च और मौन जुलूस निकाला गया। संघ के ब्लॉक उपाध्यक्ष प्रवीण सिंह पवार के नेतृत्व में यह आयोजन हुआ, जिसमें दर्जनों शिक्षक-शिक्षिकाओं ने मौन रहते हुए नगर के मुख्य मार्ग पर कैंडल जलाकर अपनी मांगों के समर्थन में एकजुटता दिखाई।
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कैंडल मार्च और मौन जुलूस |
मौन जुलूस की शुरुआत नगर के बस अड्डा प्रांगण से हुई, जो तहसील कार्यालय पहुंचकर समाप्त हुआ। शिक्षकों ने पोस्टर और बैनर के माध्यम से अपनी समस्याओं—खासकर स्थानांतरण, पदोन्नति में विलंब, और कार्यस्थल पर मूलभूत सुविधाओं की कमी—के लिए सरकार का ध्यान आकर्षित किया।
शिक्षक संघ की ओर से बताया गया कि कुछ समस्याएं कई वर्षों से अनसुलझी हैं, जिनमें स्थानांतरण नीति में पारदर्शिता की कमी, संविलियन प्रक्रिया में बाधाएं, और शिक्षकों के हितों की अनदेखी प्रमुख हैं। संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि दोहराव और अनदेखी के कारण शिक्षकों को बार-बार आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ता है।
शिक्षक उपाध्यक्ष प्रवीण सिंह पवार ने सरकार से माँग की कि जल्द से जल्द संविलियन, पारदर्शी स्थानांतरण प्रक्रिया और शिक्षक कल्याण से जुड़े मुद्दों का स्थायी समाधान किया जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्दी समाधान नहीं हुआ, तो शिक्षकों का यह आंदोलन और व्यापक रूप ले सकता है।
उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षक हमेशा राष्ट्र निर्माण में अग्रणी रहे हैं और उनकी समस्याओं की लगातार अनदेखी न केवल उनके मनोबल को प्रभावित करती है, बल्कि शिक्षा व्यवस्था के लिए भी खतरा है।
कैंडल मार्च के दौरान उपस्थित शिक्षकों ने अपने मौन प्रदर्शन से सरकार तथा शिक्षा विभाग तक यह संदेश पहुंचाया कि अब समय आ गया है जब उनकी जायज मांगें अनसुनी न की जाएं। संगठन ने आगे भी अपने संघर्ष को जारी रखने और आवश्यकता पड़ी तो राज्यव्यापी अभियान चलाने की चेतावनी दी है।
शिक्षकों ने उम्मीद जताई कि इस आंदोलन के बाद सरकार और संबंधित अधिकारी उनकी समस्याओं पर जल्द संज्ञान लेंगे तथा लंबित मांगों का निपटारा करेंगे।
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