Vidhi Deshwal Biography: विधि देशवाल बायोग्राफी में हरियाणा की मिट्टी की सोंधी खुशबू बसी है। एक छोटे से गांव से निकलकर राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान पाने वाली यह लड़की आज हरियाणवी लोक संगीत की सबसे चमकती सितारा है। अगर आप विधि देशवाल की पूरी कहानी जानना चाहते हैं – उनके संघर्ष, सफलता और जीवन के रोचक पहलुओं को – तो यह पोस्ट आपके लिए ही है। विधि देशवाल बायोग्राफी न सिर्फ एक कलाकार की कहानी है, बल्कि एक लड़की की दृढ़ इच्छाशक्ति की मिसाल भी है, जो लैंगिक भेदभाव को तोड़कर आगे बढ़ी। आइए, जानते हैं विधि देशवाल की जिंदगी के अनसुने किस्से।
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| Vidhi Deshwal |
विधि देशवाल का प्रारंभिक जीवन: गांव की मिट्टी से निकली मधुर आवाज
विधि देशवाल का जन्म 8 जून 2002 को हरियाणा के रोहतक जिले के घिलौर गांव में एक साधारण किसान परिवार में हुआ। उनके पिता सतीश एक मेहनती किसान हैं, जबकि मां संतोष देवी गृहिणी हैं। जाट समुदाय से ताल्लुक रखने वाली विधि का परिवार मध्यमवर्गीय था, जहां लड़के की चाहत में जन्मी बेटी को शुरू में कोई खुशी न मिली। पिता को लगता था कि खेतों के काम में बेटा ही सहारा बनेगा, लेकिन विधि ने अपनी कला से सबकी सोच बदल दी।
बचपन से ही विधि को संगीत का शौक था। गांव के धार्मिक प्रवचनों में सुनी भजन लाइनें उन्हें इतनी भातीं कि वे घर आकर उन्हें दोहराती रहतीं। एक बार रीतल गांव के प्रवचन में सुनी भजन की पंक्तियां उनकी मां ने नोट कीं, और विधि ने स्कूल के वार्षिक समारोह में इसे गाया। तोहफे में मिले 500 रुपये ने उनके सपनों को पंख दिए। विधि देशवाल बायोग्राफी का यह अध्याय बताता है कि कैसे एक साधारण गांव की लड़की ने अपनी आवाज को हथियार बनाया।
शिक्षा की बात करें तो विधि ने डॉ. स्वरूप सिंह सरकारी मॉडल संस्कृति स्कूल, संगी गांव से मैट्रिकुलेशन पूरा किया। लेकिन पढ़ाई से ज्यादा उनका मन संगीत में रमा। वे भगवान कृष्ण की बड़ी भक्त हैं और जानवरों से भी बेहद प्यार करती हैं।
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विधि देशवाल का करियर: 'सुदामा गर्ल'
विधि देशवाल का संगीत सफर 2016 में शुरू हुआ, जब उन्होंने हरियाणवी लोक गीत 'बताओ मेरे यार सुदामा रे' गाया। यह गाना सोशल मीडिया पर वायरल हो गया – फेसबुक पर 10 लाख से ज्यादा शेयर और यूट्यूब पर एक साल में 1 करोड़ से अधिक व्यूज! इसी गाने से उन्हें 'सुदामा गर्ल' का निकनेम मिला, जो आज भी उनके फैंस उन्हें इसी नाम से पुकारते हैं। विधि के गाने हरियाणा की संस्कृति का आईना हैं – सरसों का साग, बाजरे की रोटी और गांव की मस्ती। 2016 में कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी के कार्यक्रम में दोस्तों के साथ गाए भजन पर उन्हें 31,000 रुपये का सम्मान मिला। धीरे-धीरे वे हरियाणवी लोक संगीत की स्टार बनीं। फिल्मी दुनिया में भी उनका कदम पड़ा। वे बॉलीवुड डायरेक्टर सतीश कौशिक की फिल्म 'छोरियां छोरों से कम नहीं होती' (2019) में नजर आईं। इसके अलावा, 'विधि-रामधन गीत (2020)' जैसी परियोजनाओं में भी उन्होंने अपनी प्रतिभा दिखाई। आज विधि के इंस्टाग्राम (@iamvidhideshwal) पर लाखों फॉलोअर्स हैं, जहां वे अपनी नई रचनाओं से फैंस को जोड़ती रहती हैं।
विधि देशवाल की उपलब्धियां: राष्ट्रपति से सम्मान तक
विधि देशवाल बायोग्राफी की सबसे चमकदार हिस्सा उनकी उपलब्धियां हैं। उनकी मेहनत को सराहते हुए पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने उन्हें सम्मानित किया। इसके अलावा:
- भारत गौरव अवॉर्ड: भारतीय सरकार से प्राप्त।
- सुरेश प्रभु से सम्मान: वाणिज्य एवं नागरिक उड्डयन मंत्री से।
- राजनाथ सिंह का आशीर्वाद: गृह मंत्री से विशेष सम्मान।
ये पुरस्कार न सिर्फ उनकी कला की तारीफ हैं, बल्कि एक लड़की की ताकत का प्रतीक भी। विधि ने साबित कर दिया कि गांव की बेटियां भी राष्ट्रीय पटल पर चमक सकती हैं।
विधि देशवाल का व्यक्तिगत जीवन: सादगी और शौक
विधि देशवाल की जिंदगी उतनी ही सादगी भरी है जितनी उनके गाने। वे अविवाहित हैं, और अभी तक उनके बॉयफ्रेंड के बारे में कोई खबर नहीं है। उनके शौक में लिखना, गाना और नाचना शामिल है। पसंदीदा खाना? बाजरे की रोटी और सरसों का साग – खालिस हरियाणवी स्वाद!
शारीरिक विशेषताएं:
- ऊंचाई: 5 फीट 4 इंच (162 सेमी)
- वजन: 50 किलोग्राम
- राशि: मिथुन
- राष्ट्रीयता: भारतीय
विधि के परिवार में एक बड़ी बहन कोमल हैं, कोई भाई नहीं। उनकी सफलता ने परिवार की रूढ़िवादी सोच को बदल दिया – आज वे मानते हैं कि बेटी बेटे से कम नहीं।
रोचक तथ्य: विधि देशवाल के बारे में अनसुने किस्से
- बचपन में जन्म पर कोई खुशी न हुई, लेकिन आज वे परिवार का गौरव हैं।
- पहला पैसे का इनाम स्कूल में गाने पर मिला – मात्र 500 रुपये, लेकिन सपनों का पहला कदम।
- भगवान कृष्ण की भक्त – उनके गाने में कृष्ण भक्ति झलकती है।
- जानवर प्रेमी – गांव के कुत्तों-बिल्लियों से उनका खास लगाव।
- सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद, वे लाखों युवाओं की प्रेरणा बनीं।
विधि देशवाल बायोग्राफी हमें सिखाती है कि सपने गांव की गोद में भी पल सकते हैं। एक साधारण लड़की से स्टार बनने की यह यात्रा हर युवा के लिए प्रेरणा है। अगर आप भी संगीत के शौकीन हैं, तो उनके गाने सुनें और शेयर करें।
