नरेंद्रनगर से रिपोर्ट | 23 मई 2025 पुरानी पेंशन बहाली की मुहिम में सक्रिय भूमिका निभा रहे प्रवीण सिंह पंवार को शिक्षकों का अपार समर्थन मिला है। 23 मई 2025 को राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा और राजकीय शिक्षक संघ ब्लॉक नरेंद्रनगर के चुनाव में वह उपाध्यक्ष पद पर निर्वाचित हुए। उन्होंने विपक्षी उम्मीदवार को कड़े मुकाबले में 6 वोटों से हराया। और 6 मतों से विजय प्राप्त किया। व वर्तमान में नरेंद्रनगर ब्लांक का अधयक्ष है जो कि राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा से हैं।
प्रवीण सिंह पंवार को 227 वोट मिले, जबकि विपक्षी उम्मीदवार को 221 वोट हासिल हुए।
मातृशक्ति का मिला जबरदस्त समर्थन
इस चुनाव में महिला शिक्षकों का झुकाव पूरी तरह से पंवार के पक्ष में रहा। शिक्षिकाओं की भागीदारी और समर्थन ने उन्हें निर्णायक बढ़त दिलाई।
जनता का स्पष्ट संकेत – पंवार को और आगे देखना चाहती है
केवल चुनाव जीतना ही नहीं, बल्कि पंवार का जनसमर्थन भी दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। शिक्षकों और कर्मचारियों की बड़ी संख्या अब उन्हें संगठन में और आगे बढ़ते हुए देखना चाहती है। उनका व्यवहार, समर्पण और मुद्दों को लेकर स्पष्ट दृष्टिकोण उन्हें सबका प्रिय बना चुका है।
हस्ताक्षर अभियान और जनजागरूकता से जीता दिल
पंवार पहले भी पुरानी पेंशन बहाली के लिए क्षेत्र में हस्ताक्षर अभियान चला चुके हैं। इस दौरान उन्होंने गांव-गांव जाकर शिक्षकों और कर्मचारियों को जागरूक किया, जिससे जनसमर्थन की नींव मजबूत हुई।
जोशीला भाषण बना चर्चा का विषय
प्रवीण सिंह पंवार का भाषण अत्यंत जोशीला और प्रेरणादायक रहा। उन्होंने कहा –
“यह सिर्फ एक पद नहीं, बल्कि पुरानी पेंशन की आवाज़ को और बुलंद करने का अवसर है। मैं हर मंच पर शिक्षकों और कर्मचारियों के हक़ की लड़ाई लड़ता रहूंगा।”
फिर चुनाव के बाद परिणाम घोषित होने पर हुए शपथ ग्रहण समारोह में उनकी जीत ने सबके चेहरे पर खुशी की लहर दौड़ा दिया।
समय-समय पर उठाते रहे हैं पेंशन बहाली की आवाज
चाहे कोई रैली हो या मीटिंग, पंवार हमेशा पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर मुखर रहे हैं। उनका संघर्ष और प्रतिबद्धता ही उन्हें बाकी नेताओं से अलग करती है।